사랑은 빈 가슴인것을...
무섭도록 밀려오는 외로움은
아스라한 벼랑끝에 서 있는양
비워져 가는 가슴 입니다.
아름다운 사랑은
가슴 가득 채우고도 넘치는
기쁨의 환희인줄 알았습니다.
그런데
가슴에 담은 사랑은
공허한 하늘에
구름을 하염없이 바라보는
잡히지 않는 빈 가슴이였습니다.
사랑은
내 안에 꼭 채워두는것이 아니라
점점 비워가는 공허함을
젖은 눈으로 바라보는 것입니다.
아무리 채우려해도
채워지지 않는 빈 가슴인것을
이제는 알것 같습니다.
번호 | 제목 | 글쓴이 | 날짜 | 조회 | 추천 |
---|---|---|---|---|---|
공지 | 우리 홈 게시판 사용 방법 | 오작교 | 22.04.26.16:57 | 64858 | 0 |
공지 | 테이블 매너, 어렵지 않아요 2 | 오작교 | 14.12.04.10:33 | 78762 | 0 |
공지 | 당국이 제시한 개인정보 유출 10가지 점검 사항 4 | 오작교 | 14.01.22.17:09 | 95406 | 0 |
공지 | 알아두면 유익한 생활 상식 7 | 오작교 | 13.06.27.09:38 | 96030 | 0 |
893 | 오작교 | 05.12.05.18:33 | 1198 | 0 | |
892 | Together | 05.12.05.13:15 | 1219 | 0 | |
891 | 하늘빛 | 05.12.05.10:53 | 1246 | 0 | |
890 | 빈지게 | 05.12.05.09:29 | 1038 | +6 | |
889 | 빈지게 | 05.12.05.09:12 | 1312 | 0 | |
888 | 꽃향기 | 05.12.04.16:46 | 1208 | 0 | |
887 | 바위와구름 | 05.12.04.15:02 | 1130 | +4 | |
886 | 빈지게 | 05.12.04.14:46 | 1218 | +1 | |
885 | 빈지게 | 05.12.04.14:20 | 1216 | 0 | |
884 | 달마 | 05.12.04.12:16 | 1041 | +1 | |
883 | 차영섭 | 05.12.03.17:58 | 1152 | +7 | |
882 | 청해지킴 | 05.12.03.09:42 | 1283 | 0 | |
881 | 차영섭 | 05.12.03.07:03 | 946 | +1 | |
880 | 고암 | 05.12.02.21:32 | 1164 | +4 | |
879 | 하늘빛 | 05.12.02.19:38 | 1036 | +13 | |
878 | 김남민 | 05.12.02.17:19 | 1204 | +1 | |
877 | 하늘빛 | 05.12.01.19:02 | 942 | +2 | |
876 | 하늘빛 | 05.12.01.18:56 | 1021 | +3 | |
875 | 안개 | 05.12.01.17:57 | 1573 | +45 | |
874 | 향일화 | 05.12.01.14:43 | 1218 | 0 | |
873 | 안개 | 05.12.01.12:12 | 1167 | +1 | |
872 | 빈지게 | 05.12.01.10:56 | 1080 | +1 | |
871 | 빈지게 | 05.12.01.09:58 | 1053 | +8 | |
하은 | 05.12.01.06:29 | 1161 | +7 | ||
869 | 차영섭 | 05.12.01.05:59 | 946 | +2 |